विश्वास और विजय की घोषणा

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 विश्वास और विजय की घोषणा 

📖 भजन संहिता 118 – 


 मैं घोषणा करता हूँ कि प्रभु मेरा शरणस्थान
       और मेरा बल है;

 उसका प्रेम सदा बना रहता है! (भजन संहिता 118:1)


 मैं नहीं डरूंगा, क्योंकि प्रभु मेरी ओर है;

 वह मेरा सहायक है, और मैं अपने शत्रुओं पर विजय पाऊंगा!

     (भजन संहिता 118:6-7)


 मैं प्रभु में शरण लेता हूँ,

 क्योंकि वही मेरा रक्षक है! (भजन संहिता 118:8-9)


 यद्यपि शत्रु मुझे घेर लें,

 परन्तु प्रभु के नाम में, मैं विजयी रहूंगा! (भजन संहिता 118:10-12)


 प्रभु मेरा बल और मेरा गीत है;

 वही मेरा उद्धारकर्ता है! (भजन संहिता 118:14)


 मैं घोषणा करता हूँ कि मैं मरूंगा नहीं,

 बल्कि जीवित रहूंगा और प्रभु के अद्भुत कार्यों का प्रचार करूंगा!

      (भजन संहिता 118:17)


 आज का दिन यहोवा ने बनाया है;

 मैं आनन्दित होऊंगा और उसमें मगन रहूंगा! (भजन संहिता 118:24)


 मैं घोषित करता हूँ कि प्रभु ही मेरा परमेश्वर है,

और मैं उसकी स्तुति करूंगा; उसका प्रेम सदा बना रहता है! 

       (भजन संहिता 118:28-29)


🙏 आमीन



                                                                            www.dailygodwords.com

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